भारत में एलपीजी गैस सिलेंडर हर घर की जरूरत बन चुका है। यह न केवल खाना पकाने का मुख्य साधन है, बल्कि इसके दामों में बदलाव का सीधा असर आम जनता के बजट पर पड़ता है।
हाल ही में एलपीजी गैस सिलेंडरों के नए रेट जारी किए गए हैं, जिससे घरेलू और कमर्शियल दोनों उपयोगकर्ताओं को राहत और चिंता दोनों मिली है। इस लेख में हम एलपीजी गैस के नए रेट, उनके प्रभाव, और इससे जुड़े अन्य पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
एलपीजी गैस के दाम समय-समय पर अंतरराष्ट्रीय बाजार और सरकार की नीतियों के आधार पर बदलते रहते हैं। मार्च 2025 में कमर्शियल सिलेंडरों की कीमतों में वृद्धि हुई है, जबकि घरेलू सिलेंडरों की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस बदलाव के बारे में।
एलपीजी गैस नए रेट: मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
घरेलू सिलेंडर (14.2 किग्रा) | दिल्ली: ₹803, मुंबई: ₹802.50 |
कमर्शियल सिलेंडर (19 किग्रा) | दिल्ली: ₹1803, मुंबई: ₹1755.50 |
पिछला बदलाव | कमर्शियल सिलेंडर में ₹6 की वृद्धि |
घरेलू सिलेंडर की स्थिति | अगस्त 2024 से कोई बदलाव नहीं |
प्रमुख कारण | अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें |
लाभार्थी योजनाएं | उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी |
घरेलू और कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के नए दाम
घरेलू सिलेंडर
- दिल्ली: ₹803
- मुंबई: ₹802.50
- कोलकाता: ₹829
- चेन्नई: ₹818.50
कमर्शियल सिलेंडर
- दिल्ली: ₹1803 (₹6 की वृद्धि)
- मुंबई: ₹1755.50
- कोलकाता: ₹1913
- चेन्नई: ₹1965.50
एलपीजी दामों में बदलाव का कारण
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें: जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होता है, तो इसका असर एलपीजी पर भी पड़ता है।
- सरकार की नीतियां: सरकार समय-समय पर सब्सिडी और टैक्स घटाकर या बढ़ाकर कीमतों को नियंत्रित करती है।
- मांग और आपूर्ति: त्योहारी सीजन या अन्य समय पर मांग बढ़ने से दाम बढ़ सकते हैं।
उज्ज्वला योजना और सब्सिडी का लाभ
- उज्ज्वला योजना लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर ₹200 की अतिरिक्त सब्सिडी मिलती है।
- इसके तहत कुल राहत ₹400 तक हो सकती है।
- उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 10 करोड़ से अधिक परिवार लाभान्वित हो चुके हैं।
एलपीजी दामों का प्रभाव
आम जनता पर प्रभाव
- घरेलू सिलेंडरों की कीमत स्थिर रहने से आम लोगों को राहत मिली है।
- उज्ज्वला योजना ने गरीब परिवारों को बड़ी राहत दी है।
व्यवसायिक क्षेत्र पर प्रभाव
- कमर्शियल सिलेंडरों की कीमत बढ़ने से होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यवसायों पर लागत बढ़ेगी।
- यह महंगाई दर को भी प्रभावित कर सकता है।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस के नए रेट ने जहां घरेलू उपयोगकर्ताओं को राहत दी है, वहीं व्यवसायिक उपयोगकर्ताओं को थोड़ी चिंता हुई है।
सरकार ने उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं से गरीब परिवारों को राहत प्रदान करने का प्रयास किया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार और अन्य आर्थिक कारक भविष्य में इन दामों को प्रभावित कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख मार्च 2025 तक उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। एलपीजी गैस की कीमतें समय-समय पर बदलती रहती हैं। कृपया अपने स्थानीय डीलर से अद्यतन जानकारी प्राप्त करें।