फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है, जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न प्रदान करता है। भारत में, FD पर अर्जित ब्याज पर कर कटौती का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसे टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स (TDS) कहा जाता है। यह प्रणाली निवेशकों को उनकी ब्याज आय पर कर का भुगतान करने में मदद करती है।
हाल ही में, बजट 2025 में TDS की सीमा को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है, जिससे निवेशकों को अधिक लाभ मिल सकेगा। इस लेख में, हम FD पर TDS, टैक्स दरें, और अधिकतम FD सीमा के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Fixed Deposit Limit
विवरण | मूल्य |
सामान्य नागरिकों के लिए TDS सीमा | ₹50,000 |
वरिष्ठ नागरिकों के लिए TDS सीमा | ₹1,00,000 |
TDS दर (PAN उपलब्ध होने पर) | 10% |
TDS दर (PAN उपलब्ध नहीं होने पर) | 20% |
FD की अधिकतम राशि | कोई निश्चित सीमा नहीं (बैंक की नीतियों के अनुसार) |
ब्याज भुगतान की आवृत्ति | वार्षिक/त्रैमासिक |
TDS कैसे कार्य करता है?
1. TDS की प्रक्रिया
- जब आपकी FD ब्याज आय एक निश्चित सीमा से अधिक होती है, तो बैंक आपके खाते से TDS काटता है।
- सामान्य नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹1,00,000 होती है।
- यदि आपका PAN बैंक को उपलब्ध नहीं कराया गया है, तो TDS की दर 20% हो जाती है।
2. TDS कटौती का समय
- TDS तब काटा जाता है जब ब्याज आपके खाते में क्रेडिट किया जाता है।
- यह कटौती FD की परिपक्वता के समय नहीं होती।
3. संयुक्त खातों में TDS
- यदि FD संयुक्त नामों में है, तो TDS मुख्य खाता धारक के लिए काटा जाएगा।
FD पर टैक्स दरें
FD पर अर्जित ब्याज पूरी तरह से कर योग्य होता है और इसे “अन्य स्रोतों से आय” के तहत रिपोर्ट किया जाना चाहिए। आपकी टैक्स दर आपकी कुल आय के आधार पर निर्धारित होती है।
टैक्स स्लैब्स
- 0%: ₹2.5 लाख तक
- 5%: ₹2.5 लाख से ₹5 लाख
- 20%: ₹5 लाख से ₹10 लाख
- 30%: ₹10 लाख से ऊपर
उदाहरण के लिए, यदि आपकी कुल आय ₹8 लाख है और आपने FD से ₹60,000 का ब्याज कमाया है, तो आपको अपनी कुल आय में इस ब्याज को जोड़कर टैक्स का भुगतान करना होगा।
FD की अधिकतम सीमा
फिक्स्ड डिपॉजिट की कोई निश्चित अधिकतम राशि नहीं होती; यह बैंक की नीतियों और ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार निर्धारित होती है। हालांकि, कुछ बैंकों में अधिकतम FD राशि सीमित हो सकती है।
बैंक द्वारा निर्धारित सीमाएं
- अधिकांश बैंक न्यूनतम जमा राशि ₹1,000 से शुरू करते हैं।
- अधिकतम राशि आमतौर पर करोड़ों तक हो सकती है।
महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें
- PAN आवश्यकताएँ: हमेशा सुनिश्चित करें कि आपका PAN बैंक को उपलब्ध हो ताकि TDS की दर 10% रहे।
- आयकर रिटर्न फाइलिंग: अपनी FD ब्याज आय को अपनी आयकर रिटर्न में शामिल करना न भूलें।
- टैक्स छूट: यदि आपकी कुल आय टैक्स स्लैब से नीचे आती है, तो आप Form 15G या Form 15H भरकर टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं।
- ब्याज भुगतान: ब्याज भुगतान वार्षिक या त्रैमासिक हो सकता है; इसे ध्यान में रखते हुए निवेश करें।
निष्कर्ष
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो स्थिर रिटर्न प्रदान करता है। FD पर TDS की नई सीमाएं और दरें निवेशकों को बेहतर लाभ प्रदान करती हैं। सही जानकारी और योजना के साथ आप अपने निवेश को अधिकतम कर सकते हैं।
सलाह: अपनी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सही निर्णय लें ताकि आप अपने निवेश का पूरा लाभ उठा सकें।
Disclaimer: यह जानकारी सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से दी गई है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें और सभी नियमों और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।