ASHA (Accredited Social Health Activist) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। ये महिलाएँ न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय तक पहुँचाने का कार्य करती हैं, बल्कि वे सामाजिक जागरूकता फैलाने, पोषण कार्यक्रमों को लागू करने और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
हाल ही में, इन कार्यकर्ताओं की सैलरी में वृद्धि की गई है, जो उनके समर्पण और मेहनत को मान्यता देती है। इस लेख में हम ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी वृद्धि के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी वृद्धि
हाल ही में, विभिन्न राज्य सरकारों ने ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए सैलरी बढ़ाने की घोषणा की है। यह कदम उन्हें बेहतर आर्थिक स्थिति प्रदान करने और उनके काम को मान्यता देने के लिए उठाया गया है। इस वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि चुनावी वादे, कर्मचारियों का प्रदर्शन, और COVID-19 महामारी के दौरान उनकी महत्वपूर्ण भूमिका।
ASHA कार्यकर्ताओं की सैलरी वृद्धि
- मौजूदा स्थिति: ASHA कार्यकर्ताओं को पहले ₹5,000 प्रति माह का मानदेय मिलता था।
- नई सैलरी: हाल ही में, उनकी सैलरी बढ़ाकर ₹13,000 प्रति माह कर दी गई है। यह वृद्धि ₹5,000 की है।
- सरकारी योगदान: केंद्र सरकार द्वारा ₹3,000 और राज्य सरकार द्वारा ₹10,000 का योगदान दिया जा रहा है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी वृद्धि
- मौजूदा स्थिति: आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पहले ₹3,000 से ₹7,500 तक का मानदेय मिलता था।
- नई सैलरी: अब उनकी सैलरी बढ़ाकर ₹4,500 से ₹10,000 कर दी गई है।
- आंगनवाड़ी सहायिकाओं की स्थिति: सहायिकाओं को पहले ₹1,500 मिलते थे, जिसे अब बढ़ाकर ₹2,250 कर दिया गया है।
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | विवरण |
ASHA कार्यकर्ताओं का मानदेय | पहले ₹5,000 अब ₹13,000 |
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय | पहले ₹3,000 अब ₹4,500 |
सहायिकाओं का मानदेय | पहले ₹1,500 अब ₹2,250 |
केंद्र सरकार का योगदान | ASHA के लिए ₹3,000 |
राज्य सरकार का योगदान | ASHA के लिए ₹10,000 |
कुल लाभार्थियों की संख्या | लगभग 75,000 ASHA कार्यकर्ता |
ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका
ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे निम्नलिखित कार्य करते हैं:
- स्वास्थ्य शिक्षा: समुदाय में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी फैलाना।
- टीकाकरण कार्यक्रम: बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण सुनिश्चित करना।
- पोषण कार्यक्रम: पोषण संबंधी योजनाओं को लागू करना।
- सामाजिक जागरूकता: विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना।
सैलरी वृद्धि के पीछे कारण
- चुनाव पूर्व वादे: कई राज्यों ने चुनावों से पहले ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी बढ़ाने का वादा किया था।
- COVID-19 महामारी: महामारी के दौरान इन कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- संघर्ष और प्रदर्शन: इन कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर कई बार धरने और प्रदर्शन किए हैं।
अन्य लाभ
सरकार ने केवल सैलरी वृद्धि नहीं की है बल्कि अन्य लाभ भी प्रदान किए हैं:
- बीमा कवरेज: सभी ASHA कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत बीमा कवरेज मिलेगा।
- प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन: प्रदर्शन के आधार पर अतिरिक्त प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
निष्कर्ष
ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी वृद्धि एक सकारात्मक कदम है जो उनके काम की सराहना करता है। यह उन्हें उनके कठिन परिश्रम के लिए उचित मुआवजा प्रदान करता है। हालांकि, इन कार्यकर्ताओं को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि समय पर वेतन न मिलना और काम के घंटों का अधिक होना।
महत्वपूर्ण बिंदु
- ASHA कार्यकर्ताओं को अब ₹13,000 प्रति माह मिलेंगे।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की नई सैलरी ₹4,500 से शुरू होगी।
- सभी लाभार्थियों को बीमा कवरेज मिलेगा।
Disclaimer: यह योजना वास्तविकता में लागू हो रही है और सरकार ने इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि कुछ स्थानों पर अभी भी समस्याएँ बनी हुई हैं जैसे कि समय पर वेतन न मिलना। इसलिए यह देखना आवश्यक होगा कि क्या सभी राज्यों में यह योजना समान रूप से लागू होती है या नहीं।