भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत 17 फरवरी 2025 से तीन प्रकार के बैंक अकाउंट बंद किए जाएंगे। यह नियम बैंकिंग सुरक्षा को बढ़ाने, धोखाधड़ी को रोकने और बैंकिंग प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने के लिए लागू किया जा रहा है। अगर आपका खाता भी इनमें से किसी श्रेणी में आता है, तो आपको इसे सक्रिय रखने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ये तीन प्रकार के खाते कौन-कौन से हैं, इन्हें कैसे बचाया जा सकता है और इस नए नियम का उद्देश्य क्या है।
RBI के नए नियम: कौन से अकाउंट होंगे बंद?
RBI ने तीन प्रकार के बैंक खातों को बंद करने का फैसला किया है। आइए जानते हैं इन खातों की श्रेणियों के बारे में:
1. डॉर्मेंट अकाउंट (Dormant Accounts)
डॉर्मेंट अकाउंट वे होते हैं जिनमें पिछले दो वर्षों से कोई लेन-देन नहीं हुआ हो। ऐसे खाते धोखाधड़ी और साइबर अपराधों के लिए अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए इन्हें बंद करने का निर्णय लिया गया है।
2. इनएक्टिव अकाउंट (Inactive Accounts)
इनएक्टिव अकाउंट वे होते हैं जिनमें पिछले 12 महीनों से कोई गतिविधि नहीं हुई हो। इन खातों को सक्रिय रखने के लिए खाताधारकों को कम से कम एक बार लेन-देन करना होगा।
3. जीरो बैलेंस अकाउंट (Zero Balance Accounts)
ऐसे खाते जिनमें लंबे समय तक शून्य बैलेंस बना रहता है, उन्हें भी बंद किया जाएगा। इसका उद्देश्य इन खातों का दुरुपयोग रोकना और KYC (Know Your Customer) मानकों का पालन सुनिश्चित करना है।
नए नियमों का उद्देश्य
RBI द्वारा इन नियमों को लागू करने का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:
- बैंकिंग सुरक्षा में सुधार: निष्क्रिय और डॉर्मेंट खातों को बंद करके धोखाधड़ी और साइबर अपराधों को रोका जा सके।
- ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाना: बैंकों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाना।
- KYC अनुपालन सुनिश्चित करना: ग्राहकों की पहचान प्रक्रिया को मजबूत करना।
- डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना: आधुनिक बैंकिंग प्रणाली को अपनाने में मदद करना।
प्रभावित खातों का विवरण
नीचे दिए गए टेबल में इन तीन प्रकार के खातों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
खाते का प्रकार | विवरण |
डॉर्मेंट अकाउंट | दो साल या उससे अधिक समय तक बिना लेन-देन वाले खाते |
इनएक्टिव अकाउंट | पिछले 12 महीनों से बिना गतिविधि वाले खाते |
जीरो बैलेंस अकाउंट | लंबे समय तक शून्य बैलेंस बनाए रखने वाले खाते |
अपने खाते को बंद होने से कैसे बचाएं?
अगर आपका खाता इनमें से किसी श्रेणी में आता है, तो आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
- डॉर्मेंट अकाउंट सक्रिय करें: बैंक शाखा जाकर या ऑनलाइन माध्यम से KYC अपडेट करें और लेन-देन करें।
- इनएक्टिव अकाउंट में गतिविधि करें: नियमित रूप से लेन-देन करें ताकि खाता सक्रिय बना रहे।
- जीरो बैलेंस न रखें: खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें।
इन बदलावों का असर
RBI द्वारा लागू किए गए ये नए नियम लाखों खाताधारकों पर प्रभाव डालेंगे। यह कदम बैंकों की कार्यक्षमता को बढ़ाएगा और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। हालांकि, जो ग्राहक अपने खातों का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रहे हैं, उन्हें असुविधा हो सकती है।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
RBI ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और अन्य वित्तीय उत्पादों के लिए भी कुछ नए नियम लागू किए हैं:
- गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFCs) के साथ FD की समयपूर्व निकासी की प्रक्रिया सरल बनाई गई है।
- ग्राहकों और वित्तीय संस्थानों के बीच बेहतर संवाद सुनिश्चित करने के उपाय किए गए हैं।
निष्कर्ष
RBI द्वारा लागू किए गए ये नए नियम बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। अगर आपका खाता डॉर्मेंट, इनएक्टिव या जीरो बैलेंस श्रेणी में आता है, तो जल्द ही इसे सक्रिय करने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया अपने बैंक या संबंधित संस्थान से संपर्क करके सटीक जानकारी प्राप्त करें। RBI द्वारा जारी किए गए ये नियम वास्तविक हैं और इन्हें सभी बैंकों द्वारा लागू किया जाएगा।