अब नहीं होगा जमीन को लेकर झगड़ा: सिर्फ ₹100 में होगा Property Division – नीतीश सरकार का मास्टरस्ट्रोक

नीतीश सरकार ने हाल ही में बिहार में जमीन के बंटवारे को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत पारिवारिक संपत्ति के रजिस्टर्ड बंटवारे के लिए अब केवल 100 रुपये का स्टांप शुल्क देना होगा।

पहले यह शुल्क काफी अधिक था, जिससे लोग बंटवारा करवाने में हिचकिचाते थे। इस नए नियम से न केवल बंटवारे की प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि अधिक से अधिक लोग अपनी संपत्ति का सही तरीके से बंटवारा कर सकें

Advertisements

इस फैसले का उद्देश्य पारिवारिक विवादों को कम करना और संपत्ति के अधिकारों को स्पष्ट करना है। इससे परिवारों में आपसी सहमति से संपत्ति का बंटवारा करना आसान होगा, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार के कानूनी विवादों से बचा जा सकेगा।

इस लेख में हम जानेंगे कि नीतीश सरकार के इस बड़े फैसले का क्या महत्व है, बंटवारे की प्रक्रिया कैसे होगी, और इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

नीतीश सरकार का बड़ा फैसला: जमीन का बंटवारा सिर्फ 100 रुपये में

विशेषताएँजानकारी
फैसलापारिवारिक संपत्ति का बंटवारा
स्टांप शुल्क₹100
पहले का शुल्ककाफी अधिक (कई हजार रुपये)
उद्देश्यसंपत्ति विवादों को कम करना
प्रक्रियारजिस्टर्ड दस्तावेज़ आवश्यक
लाभार्थीसभी परिवार जिनके पास संयुक्त संपत्ति है
समय सीमात्वरित प्रक्रिया
अन्य आवश्यकताएँसहमति पत्र और पहचान पत्र

जमीन के बंटवारे की प्रक्रिया

  1. सहमति पत्र: सभी हिस्सेदारों को आपसी सहमति से एक पत्र तैयार करना होगा जिसमें बंटवारे की शर्तें स्पष्ट हों।
  2. दस्तावेज़ तैयार करें: रजिस्टर्ड दस्तावेज़ तैयार करना आवश्यक है। मौखिक समझौते मान्य नहीं होंगे।
  3. स्टांप शुल्क का भुगतान: केवल ₹100 का स्टांप शुल्क जमा करना होगा।
  4. राजस्व कार्यालय में आवेदन: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ स्थानीय राजस्व कार्यालय में आवेदन करें।
  5. रसीद प्राप्त करें: आवेदन के बाद आपको एक रसीद मिलेगी जो आपके बंटवारे को मान्यता देती है।

क्या हैं आवश्यक दस्तावेज़

  • सहमति पत्र: सभी हिस्सेदारों द्वारा हस्ताक्षरित।
  • पहचान पत्र: आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य सरकारी पहचान पत्र।
  • भूमि दस्तावेज़: भूमि के स्वामित्व का प्रमाण जैसे खतियान या जमाबंदी रसीद।
  • अन्य संबंधित दस्तावेज़: यदि कोई अन्य कानूनी दस्तावेज़ हो तो उसे भी प्रस्तुत करें।

लाभ

  • संपत्ति विवादों में कमी: पारिवारिक संपत्तियों का सही तरीके से बंटवारा होने से विवाद कम होंगे।
  • सरल प्रक्रिया: सिर्फ ₹100 में रजिस्टर्ड बंटवारा होने से लोग आसानी से अपनी संपत्ति का बंटवारा कर सकेंगे।
  • सरकारी मान्यता: रजिस्टर्ड दस्तावेज़ होने से भविष्य में किसी भी कानूनी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

निष्कर्ष

नीतीश सरकार का यह बड़ा फैसला बिहार में जमीन के बंटवारे को आसान और सस्ता बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल लोगों को अपने पारिवारिक संपत्तियों का सही तरीके से बंटवारा करने में मदद मिलेगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में किसी भी प्रकार के कानूनी विवाद न हों।

इस फैसले का लाभ उठाने के लिए सभी परिवारों को चाहिए कि वे समय पर अपनी संपत्तियों का बंटवारा करें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें।

अस्वीकृति: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। कृपया अपने स्थानीय राजस्व कार्यालय से सभी विवरणों की पुष्टि करें। नीतीश सरकार का यह फैसला वास्तविक है और इससे लोगों को अपने भूमि अधिकारों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

Author

Advertisements
Advertisements

Leave a Comment

Join Telegram