भारत सरकार ने 2025 में पासपोर्ट नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं। ये बदलाव पासपोर्ट प्रोसेस को और सुरक्षित, तेज़ और सुविधाजनक बनाने के लिए हैं।
अप्रैल 2025 से लागू इन नियमों का मकसद नागरिकों की प्राइवेसी बढ़ाना, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन को सरल बनाना और अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड्स के साथ तालमेल रखना है।
नए नियमों में जन्म प्रमाण पत्र की अनिवार्यता, पासपोर्ट के रंगों में बदलाव, और माता-पिता के नाम हटाए जाने जैसे प्रमुख पॉइंट्स शामिल हैं।
साथ ही, नागरिकों के निजी डेटा को डिजिटल तरीके से स्टोर करने पर ज़ोर दिया गया है। ये सभी बदलाव नए आवेदकों और पासपोर्ट रिन्यू कराने वालों दोनों को प्रभावित करेंगे।
Indian Passport New Rule 2025
क्या बदला? | नए नियम की डिटेल |
जन्म तिथि प्रमाण | 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे लोगों के लिए जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य |
पासपोर्ट का रंग | सफेद (सरकारी कर्मचारी), लाल (डिप्लोमैट), नीला (आम नागरिक) |
माता-पिता का नाम | पासपोर्ट के आखिरी पेज से हटाया गया |
निवासी पता | अब पासपोर्ट पर प्रिंट नहीं, डिजिटल बारकोड में स्टोर |
आवेदन शुल्क | नॉर्मल पासपोर्ट (36 पेज): ₹1,500 (वयस्क), ₹1,000 (बच्चे) |
प्रोसेसिंग टाइम | सामान्य आवेदन: 7-10 दिन, तत्काल आवेदन: 1-3 दिन |
पासपोर्ट सेवा केंद्र | 442 से बढ़ाकर 600 POPSK (पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र) किए जाएंगे |
लापता पासपोर्ट शुल्क | ₹3,500 (वयस्क) |
नए पासपोर्ट नियमों के मुख्य बिंदु (2025)
1. जन्म प्रमाण पत्र की अनिवार्यता
- 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों के लिए अब जन्म प्रमाण पत्र पासपोर्ट बनवाने का एकमात्र वैध दस्तावेज़ है।
- यह प्रमाण पत्र नगर निगम, रजिस्ट्रार ऑफ़ बर्थ्स एंड डेथ्स, या Registration of Births and Deaths Act, 1969 के तहत अधिकृत संस्था से जारी होना चाहिए।
- पुराने आवेदक (1 अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे) अभी भी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट, PAN कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, या वोटर ID जैसे दस्तावेज़ों का उपयोग कर सकते हैं।
2. पासपोर्ट के रंगों में बदलाव
- सफेद पासपोर्ट: सरकारी कर्मचारियों के लिए
- लाल पासपोर्ट: राजनयिकों (डिप्लोमैट्स) के लिए
- नीला पासपोर्ट: आम नागरिकों के लिए
यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर पहचान प्रोसेस को आसान बनाएगा।
3. माता-पिता का नाम हटाया गया
- पासपोर्ट के आखिरी पेज से माता-पिता का नाम हटा दिया गया है।
- यह कदम सिंगल पैरेंट फैमिली और पारिवारिक समस्याओं वाले लोगों के लिए राहत देने वाला है।
- अब पासपोर्ट पर सिर्फ आवेदक का निजी डेटा ही दिखेगा।
4. निवासी पता अब डिजिटल फॉर्मेट में
- पासपोर्ट पर निवासी पता प्रिंट नहीं होगा।
- इसे डिजिटल बारकोड में स्टोर किया जाएगा, जिसे इमिग्रेशन अधिकारी स्कैन करके देख सकेंगे।
- यह बदलाव प्राइवेसी प्रोटेक्शन और डेटा मिसयूज़ को रोकने के लिए किया गया है।
पासपोर्ट आवेदन शुल्क और प्रोसेसिंग टाइम
आवेदन शुल्क (2025)
- सामान्य पासपोर्ट (36 पेज):
- वयस्क: ₹1,500
- बच्चे: ₹1,000
- बड़ा पासपोर्ट (60 पेज): ₹2,000 (वयस्क)
- डिप्लोमैटिक पासपोर्ट: ₹5,000
- लापता पासपोर्ट: ₹3,500 (वयस्क)
- तत्काल (Tatkaal) सेवा:
- वयस्क: ₹3,500
- बच्चे: ₹2,000
प्रोसेसिंग समय
- सामान्य आवेदन: 7-10 कार्यदिवस
- तत्काल आवेदन: 1-3 कार्यदिवस
- POPSK का विस्तार: ग्रामीण और दूरदराज़ के इलाकों में 600 नए केंद्र बनाए जाएंगे।
नए नियमों का प्रभाव
- नवजात बच्चों वाले परिवार: जन्म प्रमाण पत्र तुरंत बनवाना ज़रूरी होगा।
- सिंगल पैरेंट्स: पासपोर्ट पर माता-पिता का नाम न होने से आवेदन प्रोसेस आसान होगा।
- ग्रामीण क्षेत्र: POPSK के विस्तार से पासपोर्ट सेवाएं अधिक सुलभ होंगी।
नए पासपोर्ट नियमों के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे:
- जन्म प्रमाण पत्र (म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन/रजिस्ट्रार से)
- 1 अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे:
- स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट
- PAN कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस
- वोटर ID/सरकारी नौकरी का रिकॉर्ड
निष्कर्ष
भारतीय पासपोर्ट नए नियम 2025 नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आए हैं। ये नियम न केवल प्रोसेस को सुविधाजनक बनाते हैं, बल्कि सुरक्षा और गोपनीयता को भी बढ़ाते हैं। इन नियमों के साथ, पासपोर्ट सेवाएं अधिक आधुनिक और प्रभावी हो रही हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख काल्पनिक और सामान्य जानकारी पर आधारित है। वास्तविक पासपोर्ट नियमों और नीतियों के लिए, भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या पासपोर्ट सेवा केंद्रों से संपर्क करना उचित होगा।
यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और किसी भी आधिकारिक नोटिस या घोषणा का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।