पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। जब भी कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती या घटती हैं, तो इसका सीधा प्रभाव पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।
हाल ही में, 26 फरवरी 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं, जिससे आम जनता को कोई विशेष राहत नहीं मिली है.
पेट्रोल और डीजल की कीमतें न केवल परिवहन के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उद्योगों और कृषि के लिए भी आवश्यक हैं। जब भी इन ईंधनों की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका असर महंगाई दर पर भी पड़ता है।
इस लेख में, हम पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिसमें कीमतों में बदलाव के कारण और इसके प्रभाव की जानकारी शामिल होगी।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें: मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
पेट्रोल की कीमत (दिल्ली में) | ₹94.72 प्रति लीटर |
डीजल की कीमत (दिल्ली में) | ₹87.62 प्रति लीटर |
कच्चे तेल की कीमत | $80-$85 प्रति बैरल |
कीमतों में बदलाव | 26 फरवरी 2025 को कोई बदलाव नहीं हुआ |
पिछला बदलाव | मार्च 2024 में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी |
सरकारी नीतियों का प्रभाव | एक्साइज ड्यूटी में कटौती से कीमतें कम हो सकती हैं |
महंगाई दर पर प्रभाव | ईंधन की कीमतें महंगाई दर को प्रभावित करती हैं |
उद्योगों पर प्रभाव | परिवहन लागत कम होने से उद्योगों को लाभ होता है |
पेट्रोल और डीजल की कीमतें: शहर-वार ताजा दरें
शहर | पेट्रोल (₹ प्रति लीटर) | डीजल (₹ प्रति लीटर) |
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
नोएडा | 94.87 | 88.01 |
गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
पटना | 105.18 | 92.04 |
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव के कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें: जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती या घटती हैं, तो इसका सीधा प्रभाव पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।
- सरकारी नीतियां: एक्साइज ड्यूटी में कटौती से पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हो सकती हैं।
- डिमांड और सप्लाई का संतुलन: देश में ईंधन की मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बना हुआ है, जिससे कीमतों को स्थिर रखने में मदद मिलती है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों का प्रभाव
- आम जनता पर प्रभाव: पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने से परिवहन लागत बढ़ जाती है, जिससे रोजमर्रा की चीज़ों के दाम भी बढ़ सकते हैं।
- महंगाई दर पर प्रभाव: ईंधन की कीमतें महंगाई दर को प्रभावित करती हैं, जिससे अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ता है।
- उद्योगों पर प्रभाव: परिवहन लागत कम होने से उद्योगों को लाभ होता है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं।
कैसे चेक करें अपने शहर का रेट?
- इंडियन ऑयल ग्राहक RSP <शहर का कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर SMS भेज सकते हैं।
- BPCL ग्राहक RSP लिखकर 9223112222 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं।
निष्कर्ष
पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। हाल ही में, 26 फरवरी 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं। यह कीमतें न केवल परिवहन के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उद्योगों और कृषि के लिए भी आवश्यक हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव से महंगाई दर पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी प्रदान करता है और किसी विशिष्ट क्षेत्र या नियमों के लिए विशेष सलाह नहीं देता है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें वास्तविक हैं और इनकी जानकारी सरकारी तेल कंपनियों द्वारा नियमित रूप से अद्यतन की जाती है। कीमतों में बदलाव की जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना उचित होगा।