प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस योजना के तहत, सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कारीगरों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराने के लिए ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए हैं।
2025 के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग सेंटरों की सूची जारी की गई है, जिससे लाभार्थी अपने नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो अपने कौशल को बढ़ाना चाहते हैं और रोजगार के अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं।
इस लेख में हम पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग सेंटरों की सूची, उनके उद्देश्य, लाभ और आवेदन प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इसके साथ ही, हम आपको यह भी बताएंगे कि आप अपने क्षेत्र में उपलब्ध ट्रेनिंग सेंटर को कैसे देख सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
- कौशल विकास: कारीगरों को नई तकनीकों और विधियों से प्रशिक्षित करना।
- रोजगार सृजन: प्रशिक्षित कारीगरों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना।
- आर्थिक सशक्तिकरण: कारीगरों की आय में वृद्धि करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
पीएम विश्वकर्मा योजना का अवलोकन
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
लॉन्च तिथि | 2023 |
कुल प्रशिक्षण केंद्र | 3,715 |
कुल प्रशिक्षण प्रदाता | 758 |
कार्यान्वयन राज्य | 31 राज्य |
कार्यान्वयन जिले | 520 जिले |
मुख्य लाभार्थी | कारीगर और शिल्पकार |
पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर लिस्ट 2025
सरकार ने 2025 के लिए पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर लिस्ट जारी की है। इस सूची में देशभर के विभिन्न राज्यों और जिलों में स्थित केंद्र शामिल हैं, जहां आप अपने कौशल के अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
प्रमुख राज्यों में ट्रेनिंग सेंटर
नीचे दिए गए तालिका में विभिन्न राज्यों में उपलब्ध ट्रेनिंग सेंटरों की संख्या दर्शाई गई है:
राज्य | ट्रेनिंग सेंटर की संख्या |
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कर्नाटक | 1,287 |
महाराष्ट्र | 816 |
राजस्थान | 712 |
मध्य प्रदेश | 661 |
उत्तर प्रदेश | 653 |
गुजरात | 572 |
असम | 437 |
जम्मू और कश्मीर | 412 |
प्रमुख शहरों में ट्रेनिंग सेंटर
- दिल्ली: करोल बाग, लक्ष्मी नगर, द्वारका
- महाराष्ट्र: मुंबई (अंधेरी, दादर), पुणे (शिवाजी नगर, हडपसर)
- उत्तर प्रदेश: लखनऊ (अलीगंज, गोमती नगर), वाराणसी (सिगरा, लंका)
- पश्चिम बंगाल: कोलकाता (सॉल्ट लेक, गरिया), हावड़ा
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
- फ्री प्रशिक्षण: सभी प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण बिल्कुल मुफ्त है।
- प्रवेश की सुविधा: लाभार्थी अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर आसानी से प्रशिक्षण ले सकते हैं।
- वित्तीय सहायता: प्रशिक्षण पूर्ण होने पर कुछ वित्तीय सहायता भी दी जा सकती है।
- नौकरी की संभावनाएं: प्रशिक्षित कारीगरों को विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी पाने का अवसर मिलता है।
आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले आपको पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- डैशबोर्ड पर जाएं: वेबसाइट के होमपेज पर ‘Dashboard’ का ऑप्शन दिखाई देगा।
- Training Center विकल्प चुनें: डैशबोर्ड पर ‘Training Center’ ऑप्शन पर क्लिक करें।
- राज्य और जिला चुनें: एक नया पेज दिखाई देगा जहां आप अपना राज्य और जिला चुन सकते हैं।
- Focus Mode का उपयोग करें: जानकारी भरने के बाद ‘Focus Mode’ पर क्लिक करें।
निष्कर्ष
पीएम विश्वकर्मा योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करती है। इस योजना के तहत स्थापित किए गए प्रशिक्षण केंद्र देशभर में फैले हुए हैं और विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपनी नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त करें और आवेदन करें।इस लेख में हमने पीएम विश्वकर्मा योजना, इसके उद्देश्यों, लाभ और आवेदन प्रक्रिया पर चर्चा की है। आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।