बड़ी खुशखबरी: विकलांग यात्रियों को रेलवे देगा 75% तक छूट, ऐसे घर बैठे बनवाएं अपना Railway Handicapped Concession Pass

विकलांग व्यक्तियों के लिए रेलवे पास एक महत्वपूर्ण सुविधा है, जो उन्हें रेल यात्रा में विशेष छूट और सुविधाएं प्रदान करता है। भारतीय रेलवे ने विकलांग यात्रियों के लिए इस पास को लागू किया है ताकि वे आसानी से और किफायती दरों पर यात्रा कर सकें

इस पास का मुख्य उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को यात्रा में सम्मान और समानता प्रदान करना है। विकलांग रेलवे पास धारकों को किराए में छूट, सहायक यात्री के साथ यात्रा करने की सुविधा, और विशेष आरक्षण कोटा जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

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2024 में, भारतीय रेलवे ने विकलांग रेलवे पास के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने की योजना बनाई है।

इससे विकलांग व्यक्तियों को घर बैठे ही आसानी से पास के लिए आवेदन करने में मदद मिलेगी। इस लेख में हम विकलांग रेलवे पास के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, इसके लिए पात्रता, लाभ, आवश्यक दस्तावेज और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के बारे में बताएंगे।

विकलांग रेलवे पास कैसे बनता है? 

विकलांग रेलवे पास एक विशेष प्रकार का रेलवे पास है, जो विकलांग व्यक्तियों को रेल यात्रा में छूट और विशेष सुविधाएं प्रदान करता है। यह पास उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जिन्हें नियमित रूप से यात्रा करनी होती है। इस पास के माध्यम से विकलांग व्यक्ति न केवल किराए में छूट प्राप्त करते हैं, बल्कि उन्हें यात्रा के दौरान कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं।

विशेषताएँविवरण
पात्रता40% या उससे अधिक विकलांगता वाले व्यक्ति
छूटकिराए में 50% से 75% तक की छूट
वैधताएक वर्ष या पांच वर्ष
सहायक की अनुमतिएक सहायक यात्री के साथ यात्रा की अनुमति
आरक्षणविशेष आरक्षण कोटा
सुविधाएंव्हीलचेयर सुविधा, रैंप, विशेष शौचालय
ऑनलाइन आवेदनउपलब्ध
दस्तावेज़विकलांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, फोटो

विकलांग रेलवे पास की पात्रता

  • आवेदक को कम से कम 40% विकलांगता होनी चाहिए।
  • विकलांगता प्रमाण पत्र एक मान्यता प्राप्त सरकारी अस्पताल या संस्थान से जारी किया गया होना चाहिए।
  • आवेदक के पास वैध आधार कार्ड होना चाहिए।
  • आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।

विकलांग रेलवे पास के प्रकार

  • एक वर्षीय पास: यह पास एक वर्ष के लिए वैध होता है और इसे हर साल नवीनीकरण करना पड़ता है।
  • पांच वर्षीय पास: यह पास पांच वर्ष के लिए वैध होता है और इसे पांच साल बाद नवीनीकरण करना पड़ता है।

विकलांग रेलवे पास के लाभ

  • किराए में छूट: पास धारकों को किराए में 50% से 75% तक की छूट मिलती है, जो विकलांगता के प्रकार और श्रेणी पर निर्भर करता है।
  • सहायक यात्री: पास धारक एक सहायक यात्री के साथ यात्रा कर सकता है, जिसे भी छूट का लाभ मिलता है।
  • विशेष आरक्षण कोटा: विकलांग यात्रियों के लिए विशेष आरक्षण कोटा उपलब्ध है।
  • सुलभ सुविधाएं: रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में व्हीलचेयर रैंप, विशेष शौचालय और अन्य सुलभ सुविधाएं उपलब्ध हैं।
  • प्राथमिकता वाली सीटें: विकलांग यात्रियों के लिए प्राथमिकता वाली सीटें आरक्षित की जाती हैं।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया (Online Application Process)

  1. वेबसाइट पर जाएं: भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. रजिस्ट्रेशन करें: यदि आप पहली बार आवेदन कर रहे हैं, तो नया उपयोगकर्ता खाता बनाएं।
  3. लॉगिन करें: अपने उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड से लॉगिन करें।
  4. आवेदन फॉर्म भरें: विकलांग रेलवे पास के लिए आवेदन फॉर्म खोलें और सभी आवश्यक जानकारी भरें।
  5. दस्तावेज़ अपलोड करें: अपने विकलांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और हाल ही की पासपोर्ट साइज फोटो को स्कैन करके अपलोड करें।
  6. आवेदन शुल्क का भुगतान करें: यदि कोई आवेदन शुल्क लागू हो, तो उसका ऑनलाइन भुगतान करें।
  7. आवेदन जमा करें: सभी विवरणों की जांच करें और आवेदन जमा करें।
  8. पावती प्राप्त करें: आवेदन जमा करने के बाद एक पावती संख्या प्राप्त करें और उसे भविष्य के संदर्भ के लिए सहेज कर रखें।

आवश्यक दस्तावेज़

  • विकलांगता प्रमाण पत्र (मान्यता प्राप्त सरकारी अस्पताल या संस्थान से जारी)
  • आधार कार्ड
  • हाल ही की पासपोर्ट साइज फोटो
  • पते का प्रमाण (मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, या पासपोर्ट)
  • बर्थ प्रमाण पत्र या आयु प्रमाण

महत्वपूर्ण बातें

  1. सभी दस्तावेज़ स्पष्ट और सुपाठ्य होने चाहिए।
  2. किसी भी प्रकार की गलती होने पर आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है।
  3. पंजीकरण के पहले चरण से 72 घंटे के भीतर सभी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

आवेदन स्थिति की जांच

आवेदक अपने रजिस्ट्रेशन नंबर का उपयोग करके अपनी आवेदन स्थिति जांच सकते हैं। इसके लिए उन्हें वेबसाइट पर जाकर “आवेदन स्थिति” विकल्प पर क्लिक करना होगा। इससे उन्हें पता चलेगा कि उनका आवेदन स्वीकार हुआ है या नहीं।

निष्कर्ष

विकलांग रेलवे पास का आवेदन करना अब बहुत आसान हो गया है। इस नई प्रणाली से विकलांगजन बिना किसी परेशानी के घर बैठे ही अपना रियायती प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल न केवल विकलांग जनों के लिए सहायक है बल्कि उनके यात्रा अनुभव को भी बेहतर बनाती है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है और यह जानकारी समय के साथ बदल सकती है।

कृपया ध्यान दें कि सभी प्रक्रियाएँ सही ढंग से पूरी करने पर ही सफल होंगी। किसी भी प्रकार की गलती होने पर आपका आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है। इसलिए सभी दस्तावेजों की जाँच करें और सही जानकारी भरें।

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