उत्तर प्रदेश के कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर यात्रियों को आने वाले 42 दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रेलवे प्रशासन ने 20 मार्च से 30 अप्रैल 2025 तक इस मार्ग पर रेल सेवाओं को बाधित करने का निर्णय लिया है।
इस दौरान गंगा पुल पर ट्रैक मरम्मत और निर्माण कार्य किया जाएगा। इस वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कुछ को डायवर्ट किया जाएगा।
रेलवे प्रशासन के अनुसार, गंगा पुल पर जर्जर हो चुके अप ट्रैक को दुरुस्त करने के लिए यह मेगा ट्रैफिक ब्लॉक लिया गया है। पुल की हालत काफी खराब हो चुकी थी, जिससे हादसे का खतरा बढ़ गया था।
इस कार्य के पूरा होने के बाद ट्रेनों की रफ्तार में सुधार होगा और यात्रा अधिक सुरक्षित होगी। हालांकि, इस दौरान यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर संकट: मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
प्रभावित अवधि | 20 मार्च 2025 से 30 अप्रैल 2025 |
कुल प्रभावित ट्रेनें | 74 |
रद्द ट्रेनें | 32 |
डायवर्ट ट्रेनें | 42 |
ब्लॉक का समय | रोजाना सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक |
कार्य का उद्देश्य | गंगा पुल पर ट्रैक मरम्मत और निर्माण |
गंगा पुल पर मरम्मत कार्य क्यों ज़रूरी?
गंगा नदी पर बने रेलवे पुल के जर्जर अप ट्रैक को दुरुस्त करने के लिए यह मेगा ब्लॉक लिया गया है। पुल पर लगी लोहे की चादरें (ट्रफ) गल चुकी हैं, जिससे यात्रा के दौरान हादसे का खतरा बढ़ गया था।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पुराने ट्रफ को हटाकर एच-बीम स्लीपर लगाए जाएंगे, जो अधिक मजबूत और टिकाऊ होंगे। यह कार्य पूरा होने के बाद:
- ट्रेनों की गति में सुधार होगा।
- यात्रा अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगी।
- पुल की स्थायित्व क्षमता बढ़ जाएगी।
प्रभावित ट्रेनें: पूरी सूची
रद्द की गई ट्रेनें
- प्रयागराज-कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस
- वीरांगना लक्ष्मीबाई-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस
- लखनऊ-कासगंज पैसेंजर
- छपरा-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस
- लखनऊ जंक्शन-आगरा फोर्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस
- ऊंचाहार एक्सप्रेस
डायवर्ट की गई ट्रेनें
- गोरखपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस
- बरौनी-ग्वालियर मेल
- लखनऊ-पुणे सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- गोरखपुर-बांद्रा स्पेशल
यात्रियों को होने वाली समस्याएँ
- यात्रा में देरी: डायवर्ट और रद्द ट्रेनों के कारण अन्य मार्गों पर भीड़ बढ़ सकती है।
- बढ़ा हुआ यात्रा समय: कुछ ट्रेनों का संचालन तय समय से देरी पर होगा।
- अस्थायी टिकट रद्दीकरण: कई यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाओं में बदलाव करना पड़ सकता है।
रेलवे प्रशासन की सलाह
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा करने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति जांच लें। इसके लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल्स पर जानकारी उपलब्ध कराई है।
भविष्य में लाभ
- तेज गति वाली ट्रेन सेवाएँ: मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों की गति में सुधार होगा।
- सुरक्षित यात्रा: जर्जर ट्रैक और पुल के कारण होने वाले हादसों की संभावना खत्म हो जाएगी।
- बेहतर संरचना: एच-बीम स्लीपर जैसी नई तकनीक से पुल अधिक मजबूत बनेगा।
निष्कर्ष
कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर यह मेगा ब्लॉक यात्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। हालांकि, गंगा पुल की मरम्मत और निर्माण कार्य आवश्यक था ताकि भविष्य में सुरक्षित और तेज़ यात्रा सुनिश्चित हो सके।
Disclaimer: यह लेख उत्तर प्रदेश रेलवे प्रशासन द्वारा जारी जानकारी पर आधारित है। यह खबर पूरी तरह वास्तविक है और रेलवे ने इसकी पुष्टि की है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा योजनाओं को अपडेट रखें और किसी भी असुविधा से बचने के लिए समय रहते जानकारी प्राप्त करें।